1. खलीफा ने इस्लामिक इतिहास में सर्वप्रथम महमूद
गजनवी को सुल्तान की उपाधि दी।
2. मोहम्मद गोरी ने 1176 ई. में सुल्तान पर आक्रमण
किया।
3. 25 मार्च, 1206 ई. के धमयक में शिया
विद्रोहियों और खोखरों ने मोहम्मद गोरी की
हत्या कर दी।
4. 1202-03 ई. में कुतुबद्दीन ऐबक ने कालिंजर पर
आक्रमण किया उस समय वहाँ का शासक
पर्मार्दिदेव था।
5. कुतुबद्दीन ऐबक की नवम्बर 1210 ई. में लाहौर में
घोड़े से गिर जाने से मृत्यु हो गई।
6. नवम्बर 1210 से जून 1211 ई. तक ऐबक के पुत्र
आरामशाह ने शासन किया।
7. बलबन 1249 ई. में नायब-ए-मामलिकात के पद पर
बैठा।
8. बलबन ने सिक्कों पर जिल्ले इलाही खुदवाया और
मद्यपान बन्द करवाया।
9. इल्तुतमिश दिल्ली का पहला सुल्तान था जिसे
1229 ई. में बगदाद के खलीफा ने मान्यता दी।
10. सम्पूर्ण सल्तनत युग में सिद्धपाल पहला और
अन्तिम हिन्दू था जिसे दिल्ली दरबार में उच्च पद
मिला।
11. जलालउद्दीन खिजली 1290 ई. में 70 वर्ष की
आयु में सुल्तान बना। उसकी राजधानी किलोखरी
थी।
12. खिलजी वंश के इतिहास का महत्वपूर्ण स्रोत
जियाउद्दीन बर्नी का तारीख-ए-फिरोजशाही है।
13. 1316 ई. में अलाउद्दीन खिलजी की जलोदर
रोग से मृत्यु हो गई।
14. अलाउद्दीन प्रथम सल्तनत शासक था जिसने
उलेमाओं की उपेक्षा की थी।
15. अलाउद्दीन खिलजी के समय में दिल्ली को
अनेक व्यापारिक केन्द्रों से सड़क मार्ग द्वारा
जोड़ागया।
16. गियासुद्दीन तुगलक को 1315 ई. में अलाउद्दीन
खिलजी ने दीपलपुर का सूबेदार नियुक्त किया। उसने
29 बार आक्रमणकारियों
को परास्त किया। इसीलिए वह मलिक-उल-गाजी
के नाम से विख्यात हुआ।
17. मोहम्म बिन तुगलक ने अपने सिक्कों पर 'अल
सुल्तान जिल्ली अल्लाह', 'ईश्वर सुल्तान का समर्थक
है' आदि अंकित करवाया।
18. अफ्रीकी यात्री इब्नबतूता मोहम्मद तुगलक के
शासन का में भारत आया।
19. नसीरुद्दीन मोहम्मद शाह के काल में कबीरुद्दीन
ओलिया के मकबरे का निर्माण हुआ जो लाल गुम्बद
के नाम से विख्यात है।
20. सिंचाई कर उपज का दसवाँ भाग था। फिरोज
तुगलक ने ब्राह्मणों पर जजिया कर लगाया।
21. सिकन्दर लोदी ने 1504 ई. में आगरा बसाया।
22. हेनरी इलियट और एल्फिंस्टन ने फिरोज तुगलक
को सल्तनत युग का अकबर कहा।
23. मलिक सरवर नामक एक हिजड़ा जिसे 'सुल्तान
उस शर्क' की उपाधि मिली थी जौनपुर में स्वतन्त्र
शासक बन बैठा और शर्की
राजवंश की नींव डाली।
24. दिल्ली सल्तनत में सुल्तान की सहायता के लिए
एक मन्त्रिपरिषद् होती थी जिसे मजलिस-ए-खलवत
कहा जाता था।
25. दीवान-ए-अमीर कोही की स्थापना मोहम्मद
बिन तुगलक ने की जिसने काफी विशिष्टता प्राप्त
की।
26. फिरोजशाह तुगलक ने ‘हाब-ए-शर्ब’ नामक
सिंचाई कर लगाया। इसकी दर उपज का 1/20वाँ
भाग थी।
27. राजवाही और उलूग खाजी फिरोजशाह तुगलक
द्वारा बनवायी गईं प्रमुख नहरें थीं।
28. नौसेनिक बेड़े को बहर कहा जाता था। इसका
अध्यक्ष अमीर-ए-बहर होता था।
29. मोहम्मद तुगलक ने अनेक करों को माफ किया
जिससे व्यापार में वृद्धि हुई।
30. कश्मीर का सबसे उल्लेखनीय शासक जैन-उल-
अबीदीन हुआ है जिसे ‘कश्मीर का अकबर’ कहा
जाता है।
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