1. 1572 ई. में अकबर ने गुजरात पर विजय प्राप्त की और खान-ए-आजम (अजीज कोका) को गुजरात का सूबेदार बनाया।
2. कुतलूखाँ लोहानी ने स्वयं को उड़ीसा का स्वतन्त्र शासक घोषित किया. बिहार के सूबेदार मानसिंह ने 1590 ई. में उड़ीसा पर आक्रमण किया और लोहानी के पुत्र निसार खाँ को परास्त कर उड़ीसा पर अधिकार कर लिया।
3. चाँद बीबी बीजापुर की रानी थी जिसने मुगल सेना का मुकाबला किया।
4. जब जहाँगीर बादशाह बना उस समय अमरसिंह मेवाड़ का शासक था। जहाँगीर ने उसे हराने के लिए क्रमशःशाहजादा परवेज, आसफखाँ, महाबत खाँ, अब्दुल्लाह खाँ और शाहजादा खुर्रम को भेजा।
5. 1633 ई. में बरहानपुर में मुमताज महल की मृत्यु हो गई।
6. 1636 ई. में बीजापुर में मुगलों का आधिपत्य स्वीकार कर लिया।
7. अकबर, जहाँगीर एवं औरंगजेब के काल के सभी मन्त्री शिया थे।
8. अकबर ने 1562 ई. में ऐतमाद खाँ की मदद से बजट प्रथा शुरू की।
9. अकबर ने विवाह के लिए न्यूनतम आयु निश्चित की लड़कियों के लिए 14 वर्ष, लड़कों के लिए 16 वर्ष।
10. 1585 ई. में अकबर ने एक स्थायी न्यायिक समिति की नियुक्ति की। इसके सदस्य थे–बीरबल, हकीम हम्माम शमशेर खाँ (कोतवाल) और कासिम खाँ।
11. अमीर खुसरो ने खजाइनुल-फुतूह तारीख-ए-अलाई की रचना की।
12. ध्रुपद राग को संगीत में स्थान दिलाने का श्रेय ग्वालियर के राजा मानसिंह को जाता है। मानसिंह ने ‘कौतूहल’ नामक संगीत ग्रन्थ लिखा।
13. बाबर ने तुर्की में अपनी आत्मकथातुजुक-ए-बाबरी लिखी. इस पुस्तक का फारसी में दो बार अनुवाद हुआ. एक बार अब्दुर्रहीम खान-ए-खाना ने।
14. फारसी मुगलों की राजभाषा थी. इसे अकबर ने राजभाषा बनाया।
15. सुखसेन, लालसेन, सरसेन और जगन्नाथ शाहजहाँ के दरबार के प्रसिद्ध गायक थे।
16. मोहम्मद शाह पहला मुगल बादशाह थाजिसने उर्दू को प्रोत्साहन दिया।
17. तैमूर का जन्म 1336 ई. में ट्रांस ओक्सियाना में कैच नामक स्थान पर हुआ।
18. अकबर के दरबार के 17 चित्रकारों में से 13 हिन्दू थे। वे थे-दसवन्त, बसावन, केशू, लाल, मुकुन्द, मधु, जगन, महेश, तारा खेमकरन, सांवला, हरिवंश तथा राय।
19. ‘शाहबुर्ज’ शाहजहाँ का गोपनीय कक्ष था जो आगरा के किले में स्थित था।
20. जामा मस्जिद का निर्माण कार्य शाहजहाँ की बेटी जहाँनारा ने पूर्ण कराया।
21. ताजमहल बाईस वर्षों में नौ करोड़रुपए की लागत में से 1653 ई. में तैयार हुआ।
22. दिल्ली के लाल किले का निर्माण हमीद और अहमद नामक शिल्पकारों की देखरेख में एक करोड़ रुपए में 1648 ई. में पूरा हुआ।
23. शाहजहाँ के काल में एक गुम्बद में अनेक गुम्बदों का निर्माण हुआ। दिल्ली के लाल किले का दीवान-ए-खास इसका उदाहरण है।
24. शाहजहाँ ने इलाही संवत् के स्थानपर हिजरी संवत् प्रारम्भ किया।
25. हुमायूँ के प्रमुख चित्रकार थे-मीर सैयद अली, शिराजी, ख्वाजा अब्दुल समद, सैयद तबरीजी।
26. औरंगजेब ने बीजापुर और गोलकुण्डा में बने चित्रों को नष्ट करवा दिया और अकबर के मकबरे के चित्रों के ऊपर सफेदी पुतवा दी।
27. आगरा स्थित, रामबाग को नूर-ए-अफगान या आराम बाग कहा जाता था।
28. शाहजहाँ के शासनकाल को मुगल शासनका स्वर्ण युग कहा जाता है।
29. नसीरुद्दीन महमूद (इल्तुतमिश केपुत्र) का मकबरा सुल्तानगढ़ी कहलाता है।
30. अकबर ने 1563 ई. में तीर्थयात्रा कर और अगले वर्ष जजिया कर समाप्त कर दिया।
31. अबुल फजल ने कानूनगो को ‘कृषकों का आश्रम’ कहा है।
32. अकबर के समय में स्वर्ण का सबसे बड़ा सिक्का ‘इलाही’ कहलाता था।
33. सती प्रथा, बाल विवाह तथा वैश्यावृत्ति का अन्त कराने का प्रयास अकबर ने किया।
34. मुगलकाल में वित्त मन्त्री को दीवान-ए-आला या दीवान-ए-कुल कहा जाताथा, लेकिन औरंगजेब के काल में इसे वजीर-ए-मुअज्जम कहा जाता था।
35. फार्रुख सियर ने अपने शासन के प्रथम वर्ष में जजिया कर समाप्त कर दिया. 1717 ई. में इसे पुनः लागू कर दिया गया और 1719 ई. में फिर हटा लिया गया।
36. अकबर ने 1585 ई. में गज-ए-इलाही शुरू किया. यह 41 अंगुल के बराबर था।
37. ‘गौगार’ वास्तुकार को कहा जाता था। ‘फिकह’ इस्लामी विधिशास्त्र को कहा जाता था।
38. शाहजहाँ ने शासन के छठे वर्ष में शराब की बिक्री पर रोक लगा दी।
39. मुगलकाल में हाथी दाँत का काम अपने चर्मोत्कर्ष पर था। आगरा फतेहपुर सीकरी और जयपुर इसके प्रमुख केन्द्र थे।
40. औरंगजेब का राज्याभिषेक दोबार हुआ- प्रथम बार 1658 ई. में और दूसरी बार 1659 ई. में।
41. औरंगजेब ने 80 करों को समाप्त कर दिया। इनमें शहदारी एवं पानदारी प्रमुख थे। इन्हें आबवाब कहा जाता था।
42. औरंगजेब ने 1679 ई. में गैर मुसलमानों पर जजिया कर लगा दिया।
43. 1707 ई. में औरंगजेब की मृत्यु हो गई. दौलताबाद के निकट शेख जैन-उल-हक की मजार के निकट उसे दफना दिया गया।
44. औरंगजेब ने राजकुमारों से प्राप्त उपहार को ‘निमाज’ और अमीरों से प्राप्त उपहार को ‘निसार’ कहा।
45. औरंगजेब ने अपने शासन के ग्यारहवें वर्ष में झरोखा दर्शन की प्रथा समाप्त कर दी।
46. औरंगजेब ने अपनी एक पुत्री का विवाह दारा के पुत्र सिफिर शकोह से और पाँचवी पुत्री का मुराद के लड़केइजीद बख्श से किया।
47. गुरु हरगोविन्द सिंह ने अकाल तख्त की स्थापना की।
48. शिवाजी ने मुगलों से पहला संघर्ष1656 ई. में प्रारम्भ किया जब शिवाजीने अहमदनगर और जुन्नार पर आक्रण किया।
49. शिवाजी के दो राज्याभिषेक हुए। पहले के पंडित गंगभट्ट थे और दूसरे राज्याभिषेक में निश्चलपुरी गोस्वामी नामक तांत्रिका था।
50. मालवा में 1435 ई. में महमूद खाँ ने खिलजी वंश की स्थापना की।
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