भारत का प्राचीनतम ज्ञात इतिहास (सिन्धु घाटी सभ्यता) के साक्ष्य मिलना:
भारत के हरियाणा, पंजाब, गुजरात तथा राजस्थान में फैली इस सभ्यता के बारे में लोगों को वर्ष 1921 तक कोई जानकारी नहीं थी खुदाई कर मिट्टी व ईंटे निकालने वाले इन क्षेत्रों के लोगों को अंदाजा भी नही था कि जो ईंटे वे प्रयोग में ला रहे हैं वे कोई आम ईंटे नहीं बल्कि लगभग 5000 साल पूर्व की एक विकसित सभ्यता के वो दुर्लभ अवशेष हैं जो भारत वर्ष को विश्व में एक विशेष पहचान दिला सकने में सक्षम हैं तथा हमारे इतिहास के सबसे अहम समय को समेटे हुए हैं
3300 से 1700 ईसा पूर्व: सिन्धु घाटी सभ्यता
यह बहुत ही विकसित फैली हुई तथा विशाल सभ्यता थी जो की भारत पाकिस्तान के पंजाब, सिंध, बलूचिस्तान, गुजरात, राजस्थान तथा हरियाणा तक फैली हुई थी साक्ष्यों के अनुसार जम्मू व उत्तर प्रदेश में भी इस सभ्यता के अवशेष मिले है इस सभ्यता को हड्डपा सभ्यता के नाम से भी जाना जाता है (इस सभ्यता के उत्खननकर्ता “दयाराम साहनी” हैं) सिन्धु नदी पर बसे होने के कारण इस सभ्यता को सिन्धु घाटी सभ्यता (इंडस वैली सिविलाइज़ेशन) नाम मिला
हड्डपा सभ्यता इतनी विकसित थी कि लोग नगर बना कर रहने लगे थे, इस सभ्यता में कच्ची ईंटो से बने मकान, पक्की ईंटो से बने जलाशय, पानी की निकासी के साधन, कमरे, आँगन, खाना बनाने के साक्ष्य, गेहूँ के अवशेष, पत्थर से बनी चूड़ियाँ, कांस्य दर्पण, हल, तंदूर, मिट्टी के बर्तन, टीले इत्यादि के साक्ष्य मिले हैं लोग गेहूँ तथा जों को खेती करते थे पालतू पशुओं में बैल, भेड़ तथा बकरी व धातुओं के इस्तेमाल में तांबा तथा काँसा मुख्य था भारत के इतिहास में चाँदी सर्वप्रथम सिन्धु घाटी सभ्यता में मिली है लोग शिकार तथा नृत्य-संगीत द्वारा मनोरंजन करते थे व सूती/ ऊनी वस्त्र पहनते थे धार्मिकता के अंतर्गत लोग मातृदेवी, वृक्ष, कूबड़वाला सांड तथा नाग की पूजा करते थे
1500 ईसा पूर्व से 500 ईसा पूर्व: वैदिक काल
1600 ईसा पूर्व आर्यों ने भारत पर पश्चिम से आक्रमण किया व अफगानिस्तान तथा पंजाब में आकर बसे सिन्धु घाटी की सभ्यता का पतन ही वैदिक काल की शुरुआत थी वैदिक काल मुख्यत: दो भागों में बांटा जाता है: ऋग्वैदिक काल तथा उत्तर वैदिक काल
1500 से 1000 ईसा पूर्व: ऋग्वैदिक काल
1400 ईसा पूर्व: हिन्दू ग्रन्थ तथा वेदों की रचना हुई
1000 से 700 ईसा पूर्व: उत्तर वैदिक काल
600 ईसा पूर्व: उपनिषाद की रचना हुई
600 से 300 ईसा पूर्व: 16 जनपदों का उदय हुआ
वैदिक काल के अंत के बाद 600 ईसा पूर्व में भारत 16 जनपदों में बाँट चुका था यह जनपद निम्नलिखित थे
अंग, मगध, काशी, वत्स, वज्जि, कोसल, अवन्ती, मल्ल, पांचाल, चेदि, कुरू, मत्स्य, कम्बोज, शूरसेन, अश्मक तथा गान्धार
ये 16 जनपद 300 ईसा पूर्व तक अस्तित्व में रहे
599 ईसा पूर्व: महावीर स्वामी का जन्म हुआ
जैन धर्म के 24 वें तथा अंतिम तीर्थकर महावीर स्वामी का जन्म 599 ईसा पूर्व वैशाली के पास कुण्डग्राम में हुआ इनका बचपन का नाम वर्द्धमान था इन्होने 30 वर्ष की आयु में गृहत्याग कर संन्यास धारण कर लिया था
563 ईसा पूर्व: बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ
बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व लुम्बिनी, कपिलवस्तु में हुआ इनका बचपन का नाम सिद्धार्थ था 29 वर्ष की आयु में इन्होने गृह त्याग किया जिसे “महाभिनिष्कर्मण” कहा जाता है महात्मा बुद्ध को 35 वर्ष की आयु में वैशाख पूर्णिमा के दिन ज्ञान की प्राप्ति हुई ज्ञान प्राप्ति की घटना को सम्बोधि के नाम से जाना जाता है जो कि बोधगया, बिहार में घटित हुई थी
527 ईसा पूर्व: महावीर जैन की मृत्यु हुई
492 ईसा पूर्व: मगध साम्राज्य की स्थापना की गई
492 ईसा पूर्व बिम्बिसार की हत्या कर अजातशत्रु मगध की गद्दी पर बैठा वह बौद्ध धर्म का अनुयायी था
483 ईसा पूर्व: महात्मा बुद्ध की मृत्यु हुई
483 ईसा पूर्व महात्मा बुद्ध की मृत्यु कुशीनगर में हुई, इस मृत्यु घटना को “महापरिनिर्वाण” के नाम से जाना जाता है
326 ईसा पूर्व: सिकंदर ने भारत पर आक्रमण किया
सिकंदर ने 326 ईसा पूर्व भारत पर आक्रमण किया तथा पंजाब के क्षेत्रों पर शासन करने वाले “पोरस” के साथ हाइडेस्पीज का युद्ध किया जिसमे पोरस पराजित हुआ इस प्रकार वह विस्तार करता हुआ व्यास नदी तक पहुंचा परन्तु मगध के नन्द की विशाल सेना देख वापिस लौट गया
321 ईसा पूर्व: चन्द्रगुप्त द्वारा मौर्य साम्राज्य की स्थापना की गई
321 ईसा पूर्व चाणक्य की सहायता से चन्द्रगुप्त मौर्य ने नन्द वंश के शासक धननन्द की हत्या की तथा मौर्य साम्राज्य की नींव रखी
305 ईसा पूर्व: चन्द्रगुप्त मौर्य की भारत पर विजय
305 ईसा पूर्व चन्द्रगुप्त ने सिकंदर के सेनापति सेल्यूकस को हराया तथा (दक्षिण भारत) को छोड़ सम्पूर्ण भारत, पकिस्तान, बांग्लादेश तथा अफगानिस्तान को अपने अधिकार में ले लिया
269 ईसा पूर्व: अशोक महान मौर्य साम्राज्य का शासक बना
चन्द्रगुप्त मौर्य का पोता तथा बिन्दुसार का पुत्र, अशोक महान 269 ईसा पूर्व मौर्य साम्राज्य का शासक बना
261 ईसा पूर्व: कलिंग युद्ध तथा अशोक का बौद्ध धर्म स्वीकार करना
अपने साम्राज्य का विस्तार करते हुए अशोक ने 261 ईसा पूर्व कलिंग युद्ध किया परन्तु रक्तपात से दु:खी हो गया अतत: उसने बौद्ध धर्म को स्वीकार कर मानव भलाई के लिए कार्य करने आरम्भ किए, अस्पताल बनवाए व अहिंसा का प्रचार किया
232 ईसा पूर्व: अशोक महान की मृत्यु के पश्चात कुणाल मौर्य वंश का शासक बना
185 ईसा पूर्व: मौर्य वंश का पतन
मौर्य वंश के अंतिम शासक वृहद्रथ की हत्या कर उसके सेनापति पुष्यमित्र शुंग ने गद्दी हथिया ली इसी के साथ मौर्य वंश का अंत हुआ, पुष्यमित्र ने शुंग वंश की स्थापना की
50 ईस्वी: कुषाण वंश की स्थापना
कुजिल कडफिसस ने कुषाण वंश की स्थापना की थी इस वंश का सबसे प्रसिद्द शासक कनिष्क था जिसने 78 ई. में शक सम्वत् आरम्भ किया था
240: गुप्त साम्राज्य की स्थापना
श्रीगुप्त ने गुप्त साम्राज्य की नींव 240 ई. में रखी तथा पाटलिपुत्र को राजधानी बनाया
320: चन्द्रगुप्त प्रथम गुप्त साम्राज्य का शासक बना
गुप्त साम्राज्य का सबसे अधिक विस्तार चन्द्रगुप्त प्रथम के शासन काल में हुआ गुप्त सम्वत् को आरम्भ कारने का श्री भी चन्द्रगुप्त प्रथम को ही जाता है इसकी मृत्यु के पश्चात बाद समुद्रगुप्त ने गुप्त साम्राज्य की बागडोर संभाली
380: चन्द्रगुप्त द्वितीय गुप्त साम्राज्य का शासक बना
समुंद्रगुप्त की मृत्यु के पश्चात उसका पुत्र चन्द्रगुप्त द्वितीय गद्दी पर बैठा इसे “विक्रमादित्य” के नाम से भी जाना जाता है चीनी यात्री फाह्यान चन्द्रगुप्त द्वितीय के शासन काल में ही भारत आया था
450: हूणों का आक्रम
बर्बर जातियों में से एक हूण जाति ने स्कन्दगुप्त के समय (450 ई.) में भारत पर आक्रमण किया परन्तु हूणों की हार हुई हार के बावजूद भी हूणों ने भारत में बसना स्वीकारा व हिन्दू धर्म स्वीकार किया
554: गुप्त साम्राज्य का अंत
शासक स्कन्दगुप्त की मृत्यु (467 ई.) के पश्चात ही गुप्त साम्राज्य का पतन आरम्भ हो गया था हालाँकि उसकी मृत्यु के लगभग 100 वर्ष बाद तक गुप्त साम्राज्य अस्तित्व में रहा गुप्त साम्राज्य का अंतिम शासक विष्णुगुप्त तृतीय था
606: हर्षवर्द्धन उत्तर भारत का शासक बना
16 वर्ष की आयु में हर्षवर्द्धन उत्तर भारत का राजा बना तथा कन्नौज को अपनी राजधानी बनाया इसने वर्द्धन वंश को आगे बढ़ाया
630: दक्षिण भारत के शासक चालुक्य के साथ युद्ध में हर्षवर्द्धन की हार
हर्षवर्द्धन अपना साम्राज्य विस्तार करते हुए दक्षिण की ओर बढ़ा तथा चालुक्य शासक पुलकेशिन द्वितीय से हार गया यह युद्ध नर्मदा नदी के किनारे वर्ष 630 हुआ था
712: भारत पर प्रथम मुस्लिम आक्रमण, मुहम्मद बिन कासिम द्वारा
भारत पर प्रथम बार अरबों द्वारा आक्रमण वर्ष 712 में किया गया इस आक्रमण का नेतृत्व मुहम्मद बिन कासिम ने किया था उस समय सिंध पर राजा दाहिर का शासन था कासिम ने सिन्धु नदी के साथ लगे सिंध और पंजाब क्षेत्रों को अपने कब्जे में ले लिया था इस घटनाक्रम को भारत महाद्वीप पर आने वाले मुस्त्लिम राज की शुरूआत माना जाता है
1000: महमूद गजनवी का भारत पर प्रथम आक्रमण
महमूद गजनवी का प्रथम आक्रमण वैहिन्द के शासक जयपाल के विरूद्ध था महमूद गजनवी ने भारत पर 17 बार आक्रमण किए
1023: त्रिलोचनपाल (जयपाल का पोता) को उसके अपने ही सैनिकों ने मार दिया तथा पंजाब पर महमूद गजनवी का कब्ज़ा हुआ
1030: महमूद गजनवी की मृत्यु
1175: मुहम्मद गोरी ने भारत पर आक्रमण किया
1206: खोखरों द्वारा मुहम्मद गोरी की हत्या
1206: क़ुतुबुद्दीन ऐबक ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की
जून, 1206 में क़ुतुबुद्दीन ऐबक (गुलाम वंश) ने दिल्ली सल्तनत की स्थापना की तथा लाहौर को अपनी राजधानी बनाया
1210: क़ुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु
वर्ष 1210 में चौगान खेलते समय क़ुतुबुद्दीन ऐबक घोड़े से गिर गया जिस कारण उसकी अकस्मात मृत्यु हो गई उसे लाहौर में दफनाया गया क़ुतुबुद्दीन के बाद आरामशाह ने दिल्ली की गद्दी संभाली तथा वर्ष 1211 में आरामशाह की हत्या कर इल्तुतमिश ने गद्दी हथिया ली
1236: रजिया सुलतान, प्रथम महिला शासिका दिल्ली की गद्दी पर बैठी
वर्ष 1236 में इल्तुतमिश की पुत्री रजिया सुलतान दिल्ली की राज गद्दी पर बैठी जो कि दिल्ली सल्तनत की प्रथम तथा अंतिम महिला शासिका थी वर्ष 1240 में रजिया की मृत्यु कैथल में हुई
1290: गुलाम वंश का अंत तथा दिल्ली में खिलजी वंश की स्थापना
वर्ष 1290 में जलालुद्दीन फिरोज खिलजी दिल्ली का शासक बना तथा खिलजी वंश की स्थापना की व किलोखारी को अपनी राजधानी बनाया
1298: मार्कोपोलो (प्रथम यूरोपियन यात्री) का भारत में आगमन
1336: भारत के दक्षिण में हरिहर तथा बुक्का नामक दो भाइयों ने विजयनगर (स्वतंत्र राज्य) की स्थापना की उस समय मुहम्मद बिन तुगलग दिल्ली का शासक था
1401: दिलावर खां द्वारा स्वतंत्र मालवा की स्थापना
1451: दिल्ली में बहलोल लोदी द्वारा लोदी वंश की स्थापना
लोदी वंश के पतन के साथ ही मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की नींव पड़ी बाबर के साथ पानीपत के प्रथम युद्ध में लोदी वंश के शासक इब्राहिम लोदी को हार का सामना करना पड़ा था
1469: सिख धर्म के संस्थापक “गुरु नानक देव” का जन्म
1498: वास्को-डी-गामा जलमार्ग द्वारा भारत की कालीकट बंदरगाह पहुंचा तथा यूरोप-भारत के बीच नए जलमार्ग की खोज की
1526: बाबर ने भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की
बाबर तथा इब्राहिम लोदी के बीच पानीपत का प्रथम युद्ध 1526 ई. में हुआ तथा बाबर ने जीत हासिल कर मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की बाबर ने तुर्की भाषा में अपनी आत्मकथा लिखी है जो उसके जीवन तथा मुग़ल साम्राज्य के बारे में विस्तृत जानकारी देती है
1555: मुग़ल शासक हुमायूँ ने सिकंदर को हराकर पुन: भारत को जीता
कन्नौज के युद्ध 1540 ई. में हुमायूँ तथा शेर खां के बीच हुआ तथा शेर खां विजयी रहा 15 वर्ष बाद 1555 ई. में हुमायूँ ने पुन: सिकंदर सूरी को हराकर भारत पर मुग़ल शासन स्थापित किया
1556: अकबर, मुग़ल साम्राज्य का शासक बना
सिकंदर को हराने के एक वर्ष पश्चात 1556 में दीनपनाह (दिल्ली) की सीढियों से गिरकर हुमायूँ की अकस्मात मृत्यु हो गई तथा बैरम खां के सरंक्षण में हुमायूँ के पुत्र अकबर को मुग़ल साम्राज्य का शासक बनाया गया
1600: इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने ईस्ट इंडिया कंपनी को अधिकार पत्र दिया
217 साझेदारों के साथ ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरूआत हुई प्रथम गवर्नर टॉमस स्मिथ था तथा कैप्टन होकीन्स प्रथम अंग्रेज था जो मुग़ल दरबार में गया
1605: अकबर की मृत्यु हुई तथा उसके पुत्र जहांगीर (सलीम) को मुग़ल साम्राज्य का शासक नियुक्त किया गया
1612: ब्रिटिशों का भारत में आगमन
1627: छत्रपति शिवाजी का जन्म
1628: जहांगीर की मृत्यु के पश्चात, शाहजहाँ मुग़ल साम्राज्य का शासक बना
1658: ताजमहल का निर्माण पूर्ण हुआ, शाहजहाँ की मृत्यु के पश्चात औरंगजेब मुग़ल साम्राज्य का शासक बना
1675: कश्मीरी हिन्दुओं की मदद करने के जुर्म में औरंगजेब ने दिल्ली में सिखों के नवें गुरू तेग बहादुर की ह्त्या करवा दी, उनके पुत्र गुरू गोबिंद ने सिखों के दसवें गुरु के रूप में गुरू गद्दी संभाली
1680: बुखार के कारण शिवाजी की रायगढ़ में मृत्यु हुई तथा सांभाजी मराठा साम्राज्य के द्वितीय छत्रपति बने
1699: सिखों के दसवें गुरु गोबिंद सिंह ने आनंदपुर साहिब में खालसा पंथ की स्थपना की
1707: मुग़ल शासक औरंगजेब की मृत्यु हुई
1708: सिखों के दसवें गुरू गोबिंद सिंह द्वारा सिखों के पवित्र ग्रन्थ “गुरु ग्रन्थ साहिब जी” को ग्यारहवां गुरु मानने का हुक्म दिया गया
गुरु ग्रन्थ साहिब सिख धर्म की पवित्र धर्म ग्रन्थ है इस ग्रन्थ में दस गुरुओं की बाणी है तथा इस ग्रन्थ की रचना 1666 से 1708 के मध्य हुई है सिख अनुयायियों को आदेश है कि वे आदिग्रन्थ को ही ग्यारहवां गुरु माने तथा धर्म नियमों का अनुसरण करें
1757 ई. : ईस्ट इंडिया कंपनी तथा बंगाल के नवाब के मध्य प्लासी का युद्ध
वर्ष 1757 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने रोबर्ट क्लाइव के नेतृत्व में बंगाल के नवाब सिराज उद्दोला के साथ युद्ध किया तथा जीत हासिल की
1774 ई. : ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा वारेन हेस्टिंग्स को भारत का प्रथम गवर्नर जनरल नियुक्त किया गया
1775 ई. : प्रथम एंग्लो-मराठा युद्ध हुआ
1853 ई. : डाक सेवा की शुरुआत हुई, भारत की प्रथम रेल मुंबई से थाणे के बीच चली
1857 ई. : देश में ईस्ट इंडिया कंपनी के विरूद्ध क्रान्ति, इसी वर्ष भारत की प्रथम तीन विश्वविद्यालयों (मुंबई, कोलकाता तथा मद्रास) की स्थापना हुई
वर्ष 1857 में हुई क्रांति को आज़ादी की प्रथम लड़ाई माना जाता है इसके बाद ईस्ट इंडिया कम्पनी को हटाकर ब्रिटिश राज लागू कर दिया गया था
1858: ब्रिटिश राज की शुरूआत हुई
1 नवम्बर 1858 को भारत में ब्रिटिश राज की शुरूआत हुई जो कि भारत में 90 वर्ष तक रहा
1869: महात्मा गाँधी का जन्म हुआ (2 अक्टूबर, पोरबंदर)
1875: आर्य समाज की स्थापना
आर्य समाज की स्थपाना स्वामी दयानंद स्वामी द्वारा वर्ष 1875 में बॉम्बे में की गई वेदों का प्रचार करने वाले सन्यासी (दयानंद) ने ही ब्रहमचार्य का ज्ञान दिया था इस आन्दोलनकारी समाज का उद्देश्य हिन्दू धर्म का सुधार करना था
1876: ब्रिटिश पार्लियामेंट द्वारा क्वीन विक्टोरिया को भारत की शीर्षक महारानी होने का दर्जा दिया गया
1877: प्रथम दिल्ली दरबार
दिल्ली दरबार तीन बार लगाया गया था जो की क्रमश इस प्रकार हैं 1877, 1903 तथा 1911 प्रथम दिल्ली दरबार आधिकारिक था जिसमें क्वीन विक्टोरिया को भारत की शीर्षक महारानी बनाए जाने की जानकारी दी गई थी
1885: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसम्बर 1885 को 72 प्रतिनिधियों की उपस्थिति में बॉम्बे में हुई इसके संस्थापक ए.ओ. ह्यूम थे कांग्रेस बाद में दो दलों में विभाजित होकर गर्म दल तथा नरम दल में बँट गई थी
1905: बंगाल का विभाजन
वर्ष 1905 ब्रिटिश सरकार ने बंगाल को दो हिस्सों (हिन्दू भाग तथा मुस्लिम भाग) में विभाजित कर दिया था
1906: मुस्लिम लीग की स्थापना हुई
1914: प्रथम विश्व युद्ध
प्रथम विश्व युद्ध की शुरूआत वर्ष 1914 में हुई इसमें लगभग 1 करोड़ लोग मारे गए यूरोप से शुरू हुए इस युद्ध में एशिया, अफ्रीका जैसे महाद्वीप शामिल थे उस समय दुनिया की लगभग आधी आबादी हिंसा की चपेट में थी
1915: महात्मा गाँधी भारत लौटे
1919: जलियांवाला बाग़ हत्याकांड
ब्रिटिश राज के समय पंजाब के अमृतसर में स्वर्ण मंदिर के निकट जलियांवाला बाग़ में 13 अप्रैल 1919 को रौलेट एक्ट के विरोध में सभा हो रही थी तथा एक अंग्रेज ऑफिसर जनरल डायर ने बिना किसी कारण व सूचना के उस निहथी भीड़ पर गोलियां चलवा दी अनाधिकारिक आंकड़ो के अनुसार इस अमानवीय घटना में 1000 से अधिक लोगों की मृत्यु तथा 2000 से अधिक लोग घायल हो गए थे
1920: महात्मा गांधी; भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष बने तथा असहयोग आन्दोलन की शुरूआत की, मुहम्मद अली तथा शौकत अली के नेतृत्व में खिलाफत आन्दोलन हुआ
असहयोग आन्दोलन का प्रस्ताव कलकत्ता अधिवेशन में पारित हुआ इस अधिवेशन अध्यक्षता लाला लाजपत ने की थी इसके उद्देश्य सभी सरकारी वस्तुओं का बहिष्कार करना था 5 फरवरी 1922 को गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में स्थित चौरी-चौरा स्थान पर प्रदर्शन कर रही भीड़ द्वारा 22 पुलिस जवानों को ज़िंदा जला दिया गया फलस्वरूप 12 फरवरी 1922 को महात्मा गांधी ने असहयोग आन्दोलन वापिस ले लिया
1927: साइमन कमीशन
सर जॉन साइमन के नेतृत्व में 7 सदस्यों वाले साइमन कमीशन की स्थापना हुई जिसके सभी सदस्य अंग्रेज थे जिस कारण भारत में इसका तीव्र विरोध हुआ इस कमीशन का उद्देश्य भारत के संवैधानिक विकास के स्वरुप की सिफारिश करना था लाहौर में इस कमीशन का विरोध कर रहे लाला लाजपत राय की मृत्यु लाठी की गहरी चोट लगने के कारण हो गई
1929: केन्द्रीय संसद (सेंट्रल असेंबली) में भगत सिंह तथा बटुकेश्वर दत्त द्वारा बम फेंका गया
1930: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा लाहौर में पूर्ण स्वराज संकल्प, महात्मा गांधी द्वारा डांडी मार्च की शुरूआत
1931: अंग्रेजी सरकार द्वारा क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरू तथा सुखदेव को शहीद किया गया (23 मार्च)
1935: गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया (भारत सरकार) एक्ट 1935 पारित
1939: द्वितीय विश्व युद्ध
द्वितीय विश्व युद्ध की शुरूआत वर्ष 1939 में हुई इस युद्ध में लगभग 5 से 7 करोड़ लोगों की मृत्यु हुई विश्व भर के 10 करोड़ सैनिक इस युद्ध में लिप्त थे विश्व के सभी देश दो भागों में बँट चुके थे – मित्र राष्ट्र तथा धुरी राष्ट्र
1940: मुहम्मद अली जिन्नाह ने मुस्लिमों के लिए अलग देश पकिस्तान की मांग की
1942: भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरूआत, सुभाष चन्द्र बोस द्वारा आजाद हिन्द फ़ौज की स्थापना
9 अगस्त 1942 को मोहन दस करमचन्द गांधी द्वारा भारत छोड़ो आन्दोलन की शुरूआत की गई यह आन्दोलन भारत में द्वितीय विश्व के समय में किया गया था इस आन्दोलन का उद्देश्य ब्रिटिश सरकार का भारत से हस्तक्षेप समाप्त करना था
1945: द्वितीय विश्व युद्ध का अंत
सयुंक्त राष्ट्र द्वारा जापान के दो शहरों हिरोशिमा तथा नागासाकी पर वर्ष 1945 में परमाणु बम गिराया गया जिस कारण दोनों शहर पूर्ण रूप से नष्ट हो गए, इस अमानवीय कृति के बाद द्वितीय युद्ध की समाप्ति हुई
1946: ब्रिटिश सरकार ने भारत को स्वतंत्र करने पर सहमति दी, रॉयल इंडियन नेवी विद्रोह हुआ
1947: ब्रिटिश तथा भारतीय नेता देश को दो भागों: भारत (हिन्दू राष्ट्र) तथा पाकिस्तान (मुस्लिम राष्ट्र) में विभाजित करने को राजी हुए
15 अगस्त 1947: भारत आज़ाद हुआ, ब्रिटिश राज का अंत
1947-1948: भारत तथा पाकिस्तान के विभाजन के पश्चात साम्प्रदायिक रक्तपात हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोग मारे गए
1948: नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की हत्या की, कश्मीर के मुद्दे पर भारत-पाक युद्ध हुआ
विभाजन के कारण साम्प्रदायिक हिंसा में लाखों की संख्या में हिन्दू मारे गए थे कुछ लोग इसका उत्तरदायी गांधी को मानते थे नाथूराम गोडसे जो कि पेशे से पत्रकार, हिन्दू राष्ट्रवादी तथा स्वतंत्रता सेनानी था, ने 30 जनवरी 1948 को गांधी की हत्या कर दी
इसी वर्ष कश्मीर के मुद्दे पर भारत तथा पाकिस्तान के मध्य युद्ध हुआ जिसके पश्चात कश्मीर के एक भूभाग पर पाकिस्तान ने अधिकार कर लिया इस युद्ध में दोनों देशों के हज़ारों सैनिक मारे गए
26 जनवरी 1950: भारत गणतंत्र बना (भारत का संविधान लागू हुआ)
1951: चनावों में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की जीत हुई तथा जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने
1962: भारत-चीन युद्ध
भारत तथा चीन के मध्य 20 अक्टूबर 1962 को युद्ध हुआ जिसमें भारत की हार हुई जिस कारण चीन ने “अक्साई चिन” क्षेत्र पर अधिकार कर लिया जो कि एक विवादित क्षेत्र है
1964: भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु (27 मई)
1965: भारत-पाक द्वितीय युद्ध
भारत तथा पाकिस्तान के मध्य दूसरी लड़ाई 1965 में हुई जो कि 17 दिन चली थी इस युद्ध की जीत पर दोनों राष्ट्र अपना अलग-अलग मत रखते हैं लेकिन बिना पक्षपात की जांच में भारत की जीत घोषित है
1966: इंदिरा गांधी भारत की प्रधानमंत्री बनी
जवाहरलाल की मृत्यु के दो वर्ष पश्चात उनकी पुत्री इंदिरा गांधी देश की प्रथम महिला प्रधानमंत्री बनी तथा कांग्रेस का नेतृत्व किया
1967: हरित क्रांति की शुरूआत हुई
1969: बैंको का राष्ट्रीयकरण हुआ
1971: बांग्लादेश बनाने के मुद्दे पर भारत-पाक के मध्य तृतीय युद्ध
भारत तथा पाकिस्तान के मध्य तृतीय युद्ध हुआ इसके परिणामस्वरुप नया देश (बांग्लादेश) बना
1974: प्रथम परमाणु परिक्षण बुद्धा स्माइल्स (राजस्थान के पोखरण में) किया गया
1975: भारत के प्रथम कृत्रिम उपग्रह आर्यभट्ट का सफलता पूवक प्रक्षेपण, देश में आपातकाल की घोषणा जो कि वर्ष 1977 तक रहा
1977: इंदिरा गांधी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही कांग्रेस पार्टी हारी तथा जनता पार्टी सत्ता में आई, देश में पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी
1980: कांग्रेस पार्टी दोबारा चुनाव जीती तथा सत्ता में आई, इंदिरा गांधी पुन: देश की प्रधानमंत्री बनी
अप्रैल 1984: प्रथम भारतीय “राकेश शर्मा” अन्तरिक्ष में गए, इंदिरा गाँधी के “अन्तरिक्ष से भारत कैसा दिखता है” पूछे जाने पर राकेश शर्मा ने उत्तर दिया “सारे जहां से अच्छा...” यह उत्तर युवाओं के बीच एक प्रेरणा स्त्रोत बन गया
जून 1984: जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में खालिस्तान की मांग कर रहे आंतकवादियों को खदेड़ने के लिए स्वर्ण मंदिर अमृतसर पर सरकार के आदेश से पुलिस फ़ोर्स तथा आर्मी द्वारा हमला (ऑपरेशन ब्लू स्टार) किया गया जिसमें भिंडरावाला सहित सैंकड़ो निर्दोष लोग मारे गए
अक्टूबर 1984: इंदिरा गाँधी की हत्या
इंदिरा गांधी की दो सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई (इस घटना को ऑपरेशन ब्लू स्टार का प्रतिकार माना जाता है) इसके पश्चात सिख विरोधी दंगे भड़के जिसमें हज़ारों निर्दोष सिख मारे गए, इंदिरा का पुत्र राजीव गांधी देश का प्रधानमंत्री बना, भोपाल गैस कांड भी 1984 में ही घटित हुआ था
1988: मताधिकार की आयु सीमा 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष की गई
1991: राजीव गांधी की हत्या, पी. वी. नरसिम्हा राव देश के प्रधानमंत्री बने
तमिलनाडू में एक महिला (Thenmozhi गायत्री राजरत्नम उर्फ़ धनु) द्वारा आत्मघाती हमला कर 21 मई 1991 को राजीव हत्या कर दी गई एक माह बाद नरसिम्हा राव देश के प्रधानमंत्री बने
1992: तत्कालीन प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव तथा वित्त मंत्री मनमोहन सिंह द्वारा देश में आर्थिक सुधारों को प्रारंभ किया गया
दिसम्बर 1992: अयोध्या में बनी बाबरी मस्जिद को कुछ कट्टरपंथी हिन्दूओं द्वारा ढहा दिया गया फलस्वरूप हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक दंगे भड़क गए
1995: देश में मोबाइल सेवा की शुरूआत हुई, विदेश संचार निगम लिमिटेड द्वारा देश के छः नगरों में इन्टरनेट का आरम्भ किया गया
1996: कांग्रेस पार्टी चनावी रूप से कमजोर पड़ने लगी तथा भारतीय जनता पार्टी एक हिन्दू राष्ट्रवादी पार्टी के रूप में उभरी
1998: भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व कर रहे अटल बिहारी वाजपेयी देश के प्रधानमंत्री बने
1999: तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा भारत-पाक के मध्य बस सेवा शुरू की गई, इसी वर्ष भारत पाक के मध्य कारगिल की लड़ाई हुई
2000: देश की जनसँख्या 100 करोड़ हुई
2002: गोधरा कांड (गुजरात)
वर्ष 2002 में अयोध्या से आ रही हिन्दू तीर्थयात्रियों से भरी रेल की जब गोधरा पहुंची तब कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा रेल की बोगियों में आग लगा दी गई जिसमे 59 हिन्दू तीर्थयात्री मारे गए दावा किया गया कि यह आगजनी मुस्लिम भीड़ द्वारा की गई है फलस्वरूप गुजरात में दंगे भड़क उठे तथा 1000 के करीब लोग मारे गए जिसमें ज्यादातर मुस्लिम थे, उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी थे जिस कारण उन पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया परन्तु वे किसी भी असामाजिक कार्य में लिप्त नहीं पाए गए
2003: कल्पना चावला की मृत्यु
अपनी द्वितीय अन्तरिक्ष यात्रा पर गई कल्पना चावल का अन्तरिक्ष यान 1 फरवरी 2003 को लौटते समय दुर्घटना ग्रस्त हो गया तथा कल्पना चावला सहित सभी सात यात्री मारे गए
2004: कांग्रेस पुन: सत्ता में आई तथा डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने
2007: प्रथम महिला राष्ट्रपति के रूप में प्रतिभा पाटिल ने 25 जुलाई 2007 को शपथ ली
2008: मुंबई 26/11
देश की “वितीय राजधानी” मुंबई पर आतंकी हमला हुआ 26 नवम्बर 2008 को दस पाकिस्तानी आतंकवादी (जांच एजेंसियों द्वारा घोषित) आधुनिक हथियारों से लैस होकर मुंबई के अनेक कई स्थानों पर पहुंचे जिनमें से ताज होटल भी एक था 3 दिनों तक चले कमांडो ऑपरेशन में 200 लोग तथा दस में से नौ आतंकी मारे गए तथा एक आतंकी “अजमल कसाब” को जिंदा पकड़ लिया गया
2011: देश की जनसँख्या 121 करोड़ हुई, वर्ष 2000 से प्रतिवर्ष देश की जनसँख्या में 2 करोड़ की वृद्धि दर्ज की गई
नवम्बर 2012: मुंबई 26/11 हमले के दोषी अजमल कसाब को यरवदा जेल में फांसी दी गई
दिसम्बर 2012: दिल्ली दामिनी घटना घटित हुई जिस कारण पूरे देश में रोष प्रदर्शन हुआ तथा इस प्रकार के मामलों के लिए कानून सख्त करने की मांग उठी
मई 2014: भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई तथा नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने
गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र दामोदरदास मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव लड़े तथा एतिहासिक जीत हासिल की आनंदी बेन को गुजरात की मुख्यमंत्री का पद सौंपा गया तथा नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने
सितम्बर 2014: भारत की इसरो ने मंगलयान को सफलतापूर्वक मंगल पर उतारा तथा इस उपलब्धि को पहली ही कोशिश में हासिल करने वाला विश्व का प्रथम देश बन गया
2015: आम आदमी पार्टी दिल्ली की सत्ता पर काबिज हुई तथा अरविन्द केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने
भ्रष्टाचार विरोधी पार्टी बनकर उभरी आम आदमी पार्टी ने अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली में एतिहासिक जीत हासिल की केजरीवाल ने अन्ना हजारे से अलग होकर “आप” पार्टी की शुरूआत की थी
HISTORY GK
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें