GK Questions Answers
प्रश्न 1. मगरा क्षेत्र विकास कार्यक्रम।
उत्तर राजस्थानका दक्षिण-मध्य भाग, जो कि पहाड़ी क्षेत्र में घिरा है, विशेषतः अजमेर, भीलवाड़ा, पाली, चित्तौड़गढ़ एवं राजसमंद, जो जनजाति क्षेत्र विकास के अन्तर्गत नहीं आता है, मगरा क्षेत्र के नाम से जाना जाता है। इस क्षेत्र में विकास के स्रोत यथा-भूमि, पानी एवं पशुधन कम होने के साथ-साथ यहां के निवासियों का भारी मौसमी पलायन होता है।
अतः इस क्षेत्र के निवासियों के आर्थिक एवं सामाजिक स्तर में सुधार हेतु मगरा क्षेत्र विकास कार्यक्रम वर्ष 2005-06 में उपरोक्त 5 जिलों के 14 खंडों में शुरू किया है। वर्तमान में यह कार्यक्रम उपरोक्त जिलों के 16 खंडों में क्रियान्वित है।
इस क्षेत्र के विकास के लिए जल ग्रहण विकास, लघु सिंचाई, पशुपालन, पीने का पानी, विद्युतीकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सड़क निर्माण की गतिविधियां सम्मिलित की जाती हैं। माह दिसंबर 2015 तक 48.29 करोड़ व्यय कर 404 कार्य पूर्ण किए गए।
प्रश्न2 राजस्थान में नियोजन के मुख्य उद्देश्य लिखिए।
उत्तर राजस्थान की विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं में परिस्थितियों के अनुसार उद्देश्यों को प्राप्त करने पर बल दिया गया है। जो कि केन्द्रीय पंचवर्षीय योजनाओं के उद्देश्यों के ही अनुकूल रहे हंै। संक्षेप में राजस्थान में नियोजन के उद्देश्य निम्न हंै:-
{अर्थव्यवस्थाकी विकास-दर में उल्लेखनीय वृद्धि करना
{पहलेसे सृजित विकास की संभावनाओं का सर्वोत्तम
उपयोग करना
{समाजके कमजोर वर्ग के लोगों का जीवन-स्तर ऊंचा
उठाना
{सामाजिक-न्यायके साथ आर्थिक विकास के ढांचे में
मूलभूत सामाजिक सेवाएं उपलब्ध करना
{रोजगारके अवसर बढ़ाने प्रादेशिक असमानताएं कम करने के उद्देश्य को भी पंचवर्षीय योजनाओं में ऊंचा
स्थान दिया गया है।
प्रश्न3 राजस्थान में स्पेशल/विशेष आर्थिक क्षेत्र।
उत्तर औद्योगिक,सेवा और व्यापार संबंधी क्रियाओं के लिए सीमा शुल्क मुक्त, विदेशी निवेश से युक्त अन्य सुविधाओं सहित राज्य में विशेष आर्थिक क्षेत्रों की स्थापना रीको द्वारा की जा रही है जो निम्न प्रकार हैं:
{रीकोद्वारा दो विशेष आर्थिक जोन/क्षेत्र जैम्स एंड ज्वैलरी आधारित सीतापुरा, जयपुर में स्थापित किए गए हैं। दिसंबर, 2015 में 642.62 करोड़ का निर्यात हुआ
एवं लगभग 10,977 लोगों को रोजगार उपलब्ध हुआ।
{एकविशेष आर्थिक क्षेत्र दस्तकारी इकाइयों के लिए बोरानाडा-जोधपुर में स्थापित किया जा रहा है।
{महिन्द्राग्रुप रीको के साथ मिलकर जयपुर के समीप अजमेर रोड पर महापुरा में एक सेज/विशेष आर्थिक क्षेत्र
की स्थापना कर रहा है। जिसमें 10,000 करोड़ का
निवेश अपेक्षित है। अब तक 556 करोड़ का निर्यात हो चुका है तथा 7596 लोगों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
{रीकोद्वारा कोरिया ट्रेड इनवेस्टमेंट प्रमोशन एजेन्सी के साथ एक एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित कर घिलोठ औद्योगिक क्षेत्र, जिला अलवर में एक कोरियन निवेश क्षेत्र स्थापित
किया गया है।
{बहुराष्ट्रीयकंपनी सेन्ट गोबेन समूह द्वारा भिवाड़ी, अलवर में 965 करोड़ का निवेश कर फ्लोट संयंत्र
स्थापित किया गया है। इस प्रकार राज्य में रीको द्वारा
विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित कर राज्य के आर्थिक
विकास को बढ़ावा देने का प्रयास किया जा रहा है।
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