Indian History in Hindi
इल्तुतमिस ने अपनी राजधानी लाहौर से दिल्ली स्थानांतरित किया।
इल्तुतमिस ने कुतुबमीनार की ऊपर की दो मंजिल का निर्माण पूर्ण कराया था।
इल्तुतमिस ने 40 गुलाम सरदारों का संगठन बनाया था जिसे 'तुर्कान-ए-चिहलगानी' कहा गया।
रजिया दिल्ली की के सिंहासन पर बैठने वाली पहली महिला सुल्तान थी।
रजिया सुल्तान का विवाह अल्तुनिया से हुआ था।
गुलाम वंश का संस्थापक कुतुबुद्दीन ऐबक था, वह मोहम्मद गौरी का गुलाम था।
कुतुबुद्दीन ऐबक को उसकी उदारता के लिए लाख बख्श ( लाखो दान करने वाला ) कहा जाता था ।
Central Railway 2017 की भर्ती
कुतुबमीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने सूफी संत 'शेख ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी' की याद में प्रारंभ कराया था जिसे बाद में इल्तुतमिस ने पूर्ण कराया।
कुतुबुद्दीन ऐबक ने अजमेर में अढाई दिन का झोपडा नामक मस्जिद का निर्माण कराया था।
कुतुबुद्दीन ऐबक की मृत्यु चोगम खेलते समय घोड़े से गिरने से हुई थी।
नसीरुद्दीन मुहम्मद ऐसा सुल्तान था जो अपनी रोजी रोटी कुरान की नकल करके बेचकर एवं टोपी सीकर चलाता है।
ग्यासुद्दीन बलवन दिल्ली सल्तनत का क्रूर शासक था उससे अपने विरोधियों के साथ 'लोह एवं रक्त' की नीति अपनाई।
बलवन ने सिजदा प्रथा ( झुककर नमस्कार ) एवं पाबौस प्रथा ( सुल्तान के पांव छूना ) प्रारंभ किया। तथा फारसी परम्परा का'नवरोज उत्सव' आरंभ किया।
कुतुबुद्दीन ऐबक 1206 -1210
आरामशाह 1210
इल्तुतमिस 1210 - 1236
रुकनुद्दीन 1236
रजिया 1236 - 1240
बहरामशाह 1240 - 1242
मसूदशाह 1242 - 1246
नसीरुद्दीन महमूद 1246 - 1266
ग्यासुद्दीन बलबन 1266 - 1287
कैकुबाद 1287 - 1290
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