GK Questions For All Exam 2019, GK in Hindi, Samanya Gyan
1. धीरे-धीरे में कौन-सा समास है? (असिस्टेन्ट एकाउण्टेंन्ट परीक्षा, 2015)
(A) द्वन्द्व समास (B) अव्ययीभाव समास
(C) कर्मधारय समास (D) द्विगु समास
उत्तर : (B) शब्द धीरे-धीरे में अव्ययी भाव समास है। जिस समास का प्रथम पद प्रधान हो, अव्यय भी हो तथा दूसरा पद संज्ञा हो उसे अव्ययी भाव समास कहते हैं। जैसे –प्रत्येक, एक-एक के प्रति यहाँ प्रति प्रधान (अव्यय) तथा एक संज्ञा है।
2. 'चक्रपाणि' में कौन-सा समास है? (असिस्टेंन्ट एकाउण्टेन्ट परीक्षा, 2015)
(A) अव्ययीभाव समास (B) तत्पुरुष समास
(C) बहुब्रीहि समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (C) 'चक्रपाणि' अर्थात् विष्णु में बहुब्रीहि समास है। जब दो शब्द मिलकर तीसरे शब्द का विशेषण बने तो वहाँ बहुब्रीहि समास होता है। जैसे – चतुभुर्ज अर्थात चार हैं भुजाएँ जिसकी।
(A) द्वन्द्व समास (B) अव्ययीभाव समास
(C) कर्मधारय समास (D) द्विगु समास
उत्तर : (B) शब्द धीरे-धीरे में अव्ययी भाव समास है। जिस समास का प्रथम पद प्रधान हो, अव्यय भी हो तथा दूसरा पद संज्ञा हो उसे अव्ययी भाव समास कहते हैं। जैसे –प्रत्येक, एक-एक के प्रति यहाँ प्रति प्रधान (अव्यय) तथा एक संज्ञा है।
2. 'चक्रपाणि' में कौन-सा समास है? (असिस्टेंन्ट एकाउण्टेन्ट परीक्षा, 2015)
(A) अव्ययीभाव समास (B) तत्पुरुष समास
(C) बहुब्रीहि समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (C) 'चक्रपाणि' अर्थात् विष्णु में बहुब्रीहि समास है। जब दो शब्द मिलकर तीसरे शब्द का विशेषण बने तो वहाँ बहुब्रीहि समास होता है। जैसे – चतुभुर्ज अर्थात चार हैं भुजाएँ जिसकी।
3. बहुव्रीहि समास कस उदाहरण कौन सा है? (लोअर 2 परीक्षा, 2015)
(A) पंचवटी (B) करोड़पति
(C) चतुर्भुज (D) चरण कमल
उत्तर : (C) बहुव्रीहि समास – इस समास में कोई भी शब्द प्रधान नहीं होता, दोनो शब्द मिलकर एक नाया अर्थ प्रकट करते हैं। जैसे – चतुभुर्ज चार भुजाएँ जिसकी अर्थात् विष्णु जलज – जल में उत्पन्न होने वाला अर्थात् कमल।
4. 'राजपुत्र' में कौन-सा समास है? (ग्राम पंचायत अधिकारी परीक्षा, 2015)
(A) तत्पुरुष समास (B) द्विंगु समास
(C) द्वन्द्व समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (A) जिस समास में अन्तिम प प्रधान होता है उसे तत्पुरुष समास कहते है। सामान्यत: इसमें प्रथम पद विशेषण और दूसरा पद विशेष्य होता है तथा कारको (कर्ता व सम्बोधन को छोड़कर) की विभुक्ति प्रथम पद और और दूसरे पद के बीच लुप्त होती है।
5. पंचायत' में कौन-सा समास है? (वन रक्षक परीक्षा, 2015)
(A) तत्पुरुष समास (B) बहुव्रीहि समास
(C) कर्मधारय समास (D) द्विगु समास
उत्तर : (B) 'पंचानन' का अर्थ पाँच हैं आनन अर्थात् 'शंकर' या सिंह यह बहुब्रीहि समास है। बहुव्रीहि समास में कोई पद प्रधान नही होता तथा दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं। जैसे लम्बोदर, दशानन, चक्रपाणि आदि। जिस समास का अंतिम पद प्रधान हो तत्पुरुष समास होगा। जैसे माखनचोर, गगनचुम्बी, रसभरा, पाकिटमार आदि।
6. 'पथभ्रष्ट' में कौन-सा समास है?
(A) अव्ययीभाव समास (B) द्वन्द्व समास
(C) तत्पुरुष समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (C) जिस समाज में उत्तर पद प्रधान हो तथा दोनों पदों के मध्य का कारक चिन्ह लुप्त हो जाए तब वहाँ पर तप्पुरुष समास होता है। नामों के आधार पर तत्पुरुष समास को छ: प्रमुख भागों में बाँटा गया है। पथ भ्रष्ट = पथ से भ्रष्ट, यहाँ अपादान कारक है अत: यहाँ 'अपादान तत्पुरुष' या 'पंचमी तत्पुरुष' समास होगा।
7. 'अष्टाध्यायी' में कौन-सा समास है? (कनिष्ठ सहायक परीक्षा, 2016)
(A) बहुव्रीहि समास (B) द्विग समास
(C) कर्मधारय समास (D) तत्पुरुष समास
उत्तर : (B) जिस समस्त पद में पूर्व पद संख्यावाचक विशेषण हो तथा जिसके समस्तस पद से समूह का बोध हो तो उसे द्विगु समास कहते हैं। जैसे अष्टाध्यायी आठ – अध्यायों का समाहार। इसी प्रकार चौपाया, पंचवटी, पसेरी, त्रिगुण द्विगु समास के उदाहरण हैं।
8. 'वाचस्पति' में कौन-सा समास है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) नत्र् तत्पुरुष समास (B) अलुक् तत्पुरुष समास
(C) संबंध तत्पुरुष समास (D) बहुब्रीहि समास
उत्तर : (B) 'वाचस्पति' अलुक् तत्पुरुष है। इस समास में पूर्व पद की विभक्ति का लोप नहीं होता है। जैसे युधिष्ठिर, आत्मनेपदम्, अन्तेवासी, परस्मैपदम्। जिस शब्द के पूर्वपद में निषेधार्थक 'अ' या 'अन्' शब्द का प्रयोग होता है। उसे नत्र् तत्पुरुष समास कहा जाता है। जैसे – अनश्व: अगति: अनागत:, अनुचित:।
9. 'युधिष्ठिर' में कौन-सा समास है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) अधिकरण तत्पुरुष समास
(C) अलुक् तत्पुरुष समास (D) नत्र् तत्पुरुष समास
उत्तर : (C) 'युधिष्ठिर' अलुक तत्पुरुष समास है। जिस समास में विभक्ति का लोप न हो अलुक समास होता है। युधिष्ठिर का अर्थ युद्ध में स्थिर। जिस समास के पहले पद में निषेधार्थक अ या अन् शब्द का प्रयोग होता है, उसे नत्र समास कहते हैं। जैसे – अनश्र:, अनुचित:, अगति:, अनागत:।
10. 'आठ अध्याय है जिसमें' यह किस समास का उदाहरण है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) द्विगु समास (B) बहुव्रीहि समास
(C) द्वंद्व समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (B) 'आठ अध्याय है जिसमें अर्थात् अष्टाध्यायी बहुब्रीहि समास है, बहुब्रीहि समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता तथा दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते है। जिस समास का प्रथम पद संख्यावाची विशेषण तथा दूसरा पद विशेष्य हो द्विगु समास होता है। जैसे – चौराहा, पंचपात्र, त्रिलोकी, पंचवटी।
11. 'गोबर-गणेश' में कौन-सा समास है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) संबंध तत्पुरुष समास (B) संप्रदाय तत्पुरुष समास
(C) करण तत्पुरुष समास (D) अधिकरण तत्पुरुष समास
उत्तर : (C) 'गोबर गणेश' यह करण तत्पुरुष समास का उदाहरण है जिसका समास विग्रह है – गोबर से निर्मित गणेश। जबकि संप्रदान तत्पुरुष का उदाहरण – डाक गाड़ी, डाक के लिए गाड़ी, सम्बन्ध तत्पुरुष का उदाहरण है – गंगातट गंगा का तट तथा अधिकरण तत्पुरुष का उदाहरण है – आपबीती आप पर बीती।
12. 'देशांतर' में कौन-सा समास है? (राजस्व लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) बहुव्रीहि समास
(C) द्विगु समास (D) द्वंद्व समास
उत्तर : (A) देशांतर में कर्मधारय समास है। देशों के बीच जितने डिग्री दूरी है उसे देशांतर कहते हैं अर्थात् देशों के बीच अंतर है।
13. 'त्रिवेणी' शब्द में कौन-सा समास है? (राजस्व लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) बहुब्रीहि समास
(C) द्विगु समास (D) द्वन्द्व समास
उत्तर : (C) तीन वेणियां मिलती हैं जहां अर्थात् त्रिवेणी में बहुब्रीहि समास है। जिस समास का कोई पद प्रधान नहीं होता तथा दोनों पद मिलकर तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं बहुब्रीहि समास होता है। जैसे – त्रिनेत्र, दशमुख, नेकनाम, लम्बोदर, चतुभुर्ज। जिस समास का प्रथम पद विशेषण तथा दूसरा पद विशेष्य (संज्ञा) हो।
14. 'गोशाला' में कौन-सा समास है? (परिचालक परीक्षा, 2015)
(A) द्विगु समास (B) द्वन्द्व समास
(C) तत्पुरुष समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (C) 'गोशाला' तत्पुरुष समास है, जिस समास का दूसरा पद प्रधान हो, तत्पुरुष समास होता है। इसमें गाय के लिए शाला (रहने वाला स्थान) शाला प्रधान पद है।
15. 'जलधि' में कौन-सा समास है? (स्टेनोग्राफर परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) तत्पुरुष समास
(C) अव्ययीभाव समास (D) द्वन्द्व समास
उत्तर : (B) 'जलधि' में तत्पुरुष समास है जिसका विग्रह होगा – जल को धारण किया हुआ'। इसमें कर्म तत्पुरुष समास है।
16. 'योगदान' में कौन-सा समास है? (कनिष्ठ सहायक परीक्षा 2015)
(A) तत्पुरुष समास (B) कर्मधारय समास
(C) बहुव्रीहि समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (A) 'योगदान' में तत्पुरुष समास है। जिस समास का पूर्व पद गौण और उत्तर पद प्रधान हो तत्पुरुष समास कहलाता है। इसमें 'योग का दान' सम्बन्ध तत्पुरुष' का लोप है।
17. 'गुरुदेव' में कौन-सा समास है?
(A) अव्ययीभाव समास (B) तत्पुरुष समास
(C) बहुव्रीहि समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (D) जिस समस्त पद का उत्तर पद प्रधान हो तथा पूर्व पद का उत्तर पद हो विशेषण– विशेष्य तथा उपमान-उपमेय का संबंध हो तो वहाँ कर्मधारय समास होता है। इस समास में विग्रह करने पर दोनों के मध्य में है जो या के समान आदि शब्द आते है।
18. 'परमानंद' में कौन-सा समास है? (कानूनगो भर्ती परीक्षा, 2015)
(A) द्वन्द्व समास (B) कर्मधारय समास
(C) अव्ययीभाव समास (D) बहुव्रीहि समास
उत्तर : (B) जिस समाज के विग्रह में 'के समान' अथवा है जो आता है वह समान कर्मधारण समास कहलाता है। इसमें दोनों पदों के मध्य विशेषण-विशेष्य या उपमेय-उपमान का सम्बन्ध होता है।
19. 'महाजन' शब्द में कौन-सा समास है? (कानूनगो भर्ती परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) द्वन्द्व समास
(C) द्विगु समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (A) जिस समस्त पद का उत्तर पद प्रधान हो और पूर्व पद तथा उत्तर पद में उपमान–उपमेय अथवा विशेषण–विशेष्य का संबंध हो, कर्मधारय समास कहलाता है। जैसे – महाजन-महान है जो जन।
20. 'बारहसिंगा' में कौन-सा समास है? (कानूनगो भर्ती परीक्षा, 2015)
(A) बहुव्रीहि समास (B) कर्मधारय समास
(C) द्वन्द्व समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (A) जिस समस्त पद में कोई पद प्रधान नहीं होता बल्कि दोनों मिलकर तीसरे पद की ओर संकेत करते है, उसे बहुब्रीहि समास कहते है।
21. 'नीलकंठ' में कौन-सा समास है?
(A) तत्पुरुष समास (B) द्विगु समास
(C) कर्मधारय समास (D) द्वन्द्व समास
उत्तर : (C) नीलकंठ में कर्मधारय समास है। जब किसी विशेषण और विशेष्य का अथवा उपमान और उपमेय द्वारा सामासिक पद बनती है तो उसे कर्मधारय समास कहते है। इसमें खास विशेषता यह होती है कि विशेषण पहले होता है। इसके अन्य उदाहरण हैं – मृगनयन, पदारविन्द, नीलकमल, नीलोत्पल आदि।
22. 'भरपेट' में कौन-सा समास है? (लोअर III परीक्षा, 2016)
(A) अव्ययीभाव समास (B) द्वंद्व समास
(C) तत्पुरुष समाज (D) बहुव्रीहि समाज
उत्तर : (A) 'भरपेट' का समास विग्रह 'भर-पेट' होता है। इसमें अव्ययी भाव समास है। अव्ययीभाव समास में पूर्वपद अव्यय होता है तथा यही प्रधान होता है। समस्त पद अव्यय की भाँति काम करता है।
(A) अव्ययीभाव समास (B) द्वन्द्व समास
(C) तत्पुरुष समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (C) जिस समाज में उत्तर पद प्रधान हो तथा दोनों पदों के मध्य का कारक चिन्ह लुप्त हो जाए तब वहाँ पर तप्पुरुष समास होता है। नामों के आधार पर तत्पुरुष समास को छ: प्रमुख भागों में बाँटा गया है। पथ भ्रष्ट = पथ से भ्रष्ट, यहाँ अपादान कारक है अत: यहाँ 'अपादान तत्पुरुष' या 'पंचमी तत्पुरुष' समास होगा।
7. 'अष्टाध्यायी' में कौन-सा समास है? (कनिष्ठ सहायक परीक्षा, 2016)
(A) बहुव्रीहि समास (B) द्विग समास
(C) कर्मधारय समास (D) तत्पुरुष समास
उत्तर : (B) जिस समस्त पद में पूर्व पद संख्यावाचक विशेषण हो तथा जिसके समस्तस पद से समूह का बोध हो तो उसे द्विगु समास कहते हैं। जैसे अष्टाध्यायी आठ – अध्यायों का समाहार। इसी प्रकार चौपाया, पंचवटी, पसेरी, त्रिगुण द्विगु समास के उदाहरण हैं।
8. 'वाचस्पति' में कौन-सा समास है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) नत्र् तत्पुरुष समास (B) अलुक् तत्पुरुष समास
(C) संबंध तत्पुरुष समास (D) बहुब्रीहि समास
उत्तर : (B) 'वाचस्पति' अलुक् तत्पुरुष है। इस समास में पूर्व पद की विभक्ति का लोप नहीं होता है। जैसे युधिष्ठिर, आत्मनेपदम्, अन्तेवासी, परस्मैपदम्। जिस शब्द के पूर्वपद में निषेधार्थक 'अ' या 'अन्' शब्द का प्रयोग होता है। उसे नत्र् तत्पुरुष समास कहा जाता है। जैसे – अनश्व: अगति: अनागत:, अनुचित:।
9. 'युधिष्ठिर' में कौन-सा समास है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) अधिकरण तत्पुरुष समास
(C) अलुक् तत्पुरुष समास (D) नत्र् तत्पुरुष समास
उत्तर : (C) 'युधिष्ठिर' अलुक तत्पुरुष समास है। जिस समास में विभक्ति का लोप न हो अलुक समास होता है। युधिष्ठिर का अर्थ युद्ध में स्थिर। जिस समास के पहले पद में निषेधार्थक अ या अन् शब्द का प्रयोग होता है, उसे नत्र समास कहते हैं। जैसे – अनश्र:, अनुचित:, अगति:, अनागत:।
10. 'आठ अध्याय है जिसमें' यह किस समास का उदाहरण है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) द्विगु समास (B) बहुव्रीहि समास
(C) द्वंद्व समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (B) 'आठ अध्याय है जिसमें अर्थात् अष्टाध्यायी बहुब्रीहि समास है, बहुब्रीहि समास में कोई भी पद प्रधान नहीं होता तथा दोनों पद मिलकर किसी तीसरे पद की ओर संकेत करते है। जिस समास का प्रथम पद संख्यावाची विशेषण तथा दूसरा पद विशेष्य हो द्विगु समास होता है। जैसे – चौराहा, पंचपात्र, त्रिलोकी, पंचवटी।
11. 'गोबर-गणेश' में कौन-सा समास है? (चकबन्दी लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) संबंध तत्पुरुष समास (B) संप्रदाय तत्पुरुष समास
(C) करण तत्पुरुष समास (D) अधिकरण तत्पुरुष समास
उत्तर : (C) 'गोबर गणेश' यह करण तत्पुरुष समास का उदाहरण है जिसका समास विग्रह है – गोबर से निर्मित गणेश। जबकि संप्रदान तत्पुरुष का उदाहरण – डाक गाड़ी, डाक के लिए गाड़ी, सम्बन्ध तत्पुरुष का उदाहरण है – गंगातट गंगा का तट तथा अधिकरण तत्पुरुष का उदाहरण है – आपबीती आप पर बीती।
12. 'देशांतर' में कौन-सा समास है? (राजस्व लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) बहुव्रीहि समास
(C) द्विगु समास (D) द्वंद्व समास
उत्तर : (A) देशांतर में कर्मधारय समास है। देशों के बीच जितने डिग्री दूरी है उसे देशांतर कहते हैं अर्थात् देशों के बीच अंतर है।
13. 'त्रिवेणी' शब्द में कौन-सा समास है? (राजस्व लेखपाल परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) बहुब्रीहि समास
(C) द्विगु समास (D) द्वन्द्व समास
उत्तर : (C) तीन वेणियां मिलती हैं जहां अर्थात् त्रिवेणी में बहुब्रीहि समास है। जिस समास का कोई पद प्रधान नहीं होता तथा दोनों पद मिलकर तीसरे पद की ओर संकेत करते हैं बहुब्रीहि समास होता है। जैसे – त्रिनेत्र, दशमुख, नेकनाम, लम्बोदर, चतुभुर्ज। जिस समास का प्रथम पद विशेषण तथा दूसरा पद विशेष्य (संज्ञा) हो।
14. 'गोशाला' में कौन-सा समास है? (परिचालक परीक्षा, 2015)
(A) द्विगु समास (B) द्वन्द्व समास
(C) तत्पुरुष समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (C) 'गोशाला' तत्पुरुष समास है, जिस समास का दूसरा पद प्रधान हो, तत्पुरुष समास होता है। इसमें गाय के लिए शाला (रहने वाला स्थान) शाला प्रधान पद है।
15. 'जलधि' में कौन-सा समास है? (स्टेनोग्राफर परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) तत्पुरुष समास
(C) अव्ययीभाव समास (D) द्वन्द्व समास
उत्तर : (B) 'जलधि' में तत्पुरुष समास है जिसका विग्रह होगा – जल को धारण किया हुआ'। इसमें कर्म तत्पुरुष समास है।
16. 'योगदान' में कौन-सा समास है? (कनिष्ठ सहायक परीक्षा 2015)
(A) तत्पुरुष समास (B) कर्मधारय समास
(C) बहुव्रीहि समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (A) 'योगदान' में तत्पुरुष समास है। जिस समास का पूर्व पद गौण और उत्तर पद प्रधान हो तत्पुरुष समास कहलाता है। इसमें 'योग का दान' सम्बन्ध तत्पुरुष' का लोप है।
17. 'गुरुदेव' में कौन-सा समास है?
(A) अव्ययीभाव समास (B) तत्पुरुष समास
(C) बहुव्रीहि समास (D) कर्मधारय समास
उत्तर : (D) जिस समस्त पद का उत्तर पद प्रधान हो तथा पूर्व पद का उत्तर पद हो विशेषण– विशेष्य तथा उपमान-उपमेय का संबंध हो तो वहाँ कर्मधारय समास होता है। इस समास में विग्रह करने पर दोनों के मध्य में है जो या के समान आदि शब्द आते है।
18. 'परमानंद' में कौन-सा समास है? (कानूनगो भर्ती परीक्षा, 2015)
(A) द्वन्द्व समास (B) कर्मधारय समास
(C) अव्ययीभाव समास (D) बहुव्रीहि समास
उत्तर : (B) जिस समाज के विग्रह में 'के समान' अथवा है जो आता है वह समान कर्मधारण समास कहलाता है। इसमें दोनों पदों के मध्य विशेषण-विशेष्य या उपमेय-उपमान का सम्बन्ध होता है।
19. 'महाजन' शब्द में कौन-सा समास है? (कानूनगो भर्ती परीक्षा, 2015)
(A) कर्मधारय समास (B) द्वन्द्व समास
(C) द्विगु समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (A) जिस समस्त पद का उत्तर पद प्रधान हो और पूर्व पद तथा उत्तर पद में उपमान–उपमेय अथवा विशेषण–विशेष्य का संबंध हो, कर्मधारय समास कहलाता है। जैसे – महाजन-महान है जो जन।
20. 'बारहसिंगा' में कौन-सा समास है? (कानूनगो भर्ती परीक्षा, 2015)
(A) बहुव्रीहि समास (B) कर्मधारय समास
(C) द्वन्द्व समास (D) अव्ययीभाव समास
उत्तर : (A) जिस समस्त पद में कोई पद प्रधान नहीं होता बल्कि दोनों मिलकर तीसरे पद की ओर संकेत करते है, उसे बहुब्रीहि समास कहते है।
21. 'नीलकंठ' में कौन-सा समास है?
(A) तत्पुरुष समास (B) द्विगु समास
(C) कर्मधारय समास (D) द्वन्द्व समास
उत्तर : (C) नीलकंठ में कर्मधारय समास है। जब किसी विशेषण और विशेष्य का अथवा उपमान और उपमेय द्वारा सामासिक पद बनती है तो उसे कर्मधारय समास कहते है। इसमें खास विशेषता यह होती है कि विशेषण पहले होता है। इसके अन्य उदाहरण हैं – मृगनयन, पदारविन्द, नीलकमल, नीलोत्पल आदि।
22. 'भरपेट' में कौन-सा समास है? (लोअर III परीक्षा, 2016)
(A) अव्ययीभाव समास (B) द्वंद्व समास
(C) तत्पुरुष समाज (D) बहुव्रीहि समाज
उत्तर : (A) 'भरपेट' का समास विग्रह 'भर-पेट' होता है। इसमें अव्ययी भाव समास है। अव्ययीभाव समास में पूर्वपद अव्यय होता है तथा यही प्रधान होता है। समस्त पद अव्यय की भाँति काम करता है।
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