Philip Kotler Award - Narendra Modi made the first prize winner
प्रशस्तिपत्र में कहा गया है कि मोदी के नेतृत्व में भारत की पहचान अब नवाचार और मूल्यवर्धित विनिर्माण (मेक इन इंडिया) के साथ ही सूचना प्रौद्योगिकी, लेखांकन एवं वित्त जैसे पेशेवर सेवाओं के केन्द्र के रूप में उभरी है। साथ ही उनके दूरदर्शी नेतृत्व की वजह से सामाजिक लाभ और वित्तीय समावेशन के लिये विशिष्ट पहचान संख्या, आधार सहित डिजिटल क्रांति (डिजिटल इंडिया) हो सकी।
बतादें कि प्रोफेसर फिलिप कोटलर नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी, केलॉग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में मार्केटिंग के एक विश्व प्रसिद्ध प्रोफेसर हैं।
कोटलर अवार्ड : क्या हैं यह पुरस्कार?
कोटलर अवार्ड व्यक्तियों और कंपनियों के उदाहरणों को प्रोत्साहित करने और इसके साथ ही राष्ट्रीय उद्योग में आपसी कॉम्पटीशन को बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं. ये अवार्ड नए-नए लोगों को अपने साथ जोड़ने का मूल्य बताते हैं और अलग-अलग गतिविधियों के माध्यम से सफल बाजार प्रदर्शन प्राप्त करते हैं.
फिलिप कोटलर: जानिये कौन हैं?
प्रोफेसर फिलिप कोटलर वर्ल्ड मार्केटिंग समिट ग्रुप के संस्थापक और चेयरमैन हैं। स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग के मामले में फिलिप दुनिया के सबसे मशहूर और प्रसिद्ध विशेषज्ञ हैं। उन्हें पूरी दुनिया में मॉडर्न मार्केटिंग का पिता माना जाता है।
कोटलर नॉर्थवेस्ट यूनिवर्सिटी के केलोग स्कूल ऑफ मैनेजमेंट में अंतर्राष्ट्रीय मार्केटिंग के जाने-माने प्रोफेसर हैं। उन्होंने शिकागो यूनिवर्सिटी से इकोनॉमिक्स में मास्टर्स और MIT से इसी विषय में पीएचडी की डिग्री हासिल की। उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में गणित में पोस्टडॉक्टरल काम किया और व्यवहारिक विज्ञान की पढ़ाई शिकागो यूनिवर्सिटी से की। प्रोफेसर कोटलर ने 52 किताबें लिखी हैं जिनमें मार्केटिंग के बहुत से नए सिद्धांत दिए हैं। इन किताबों को ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रेजुएशन स्तर पर पढ़ाया जाता है।
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