GK Questions Answers
प्रश्न1. पंचपीर
उत्तर सांस्कृतिएकता के प्रतीक राजस्थान के लोक देवता पाबूजी, हड़बूजी, रामदेवजी, मांगलिया मेहाजी एवं गोगाजी का एकीकृत स्वरूप।
प्रश्न2. विजयादशमी
उत्तर वीरपर्व/दशहरा के रूप में आश्विन शुक्ल दशमी को राम द्वारा रावण वध की खुशी में मनाया जाने वाला त्यौहार।
प्रश्न 3. जयपुरी ख्याल की विशेषताएं बताइए?
उत्तर पुरुषएवं स्त्री पात्रों की पृथक भूमिका, नए प्रयोगों की महती संभावनाएं मुक्त एवं लचीली शैली, अखबारों, कविता, संगीत, नृत्य तथा गान अभिनय का सुंदर समानुपातिक समावेश है। जोगी-जोगन, कान-गूजरी, मियां बीबू पठान, रसीली तम्बोतन इस शैली के लोकप्रिय ख्याल हैं।
Gk QUIZ
प्रश्न4. चारणी साहित्य से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर चारणसाहित्य से अभिप्राय चारण, ब्रह्मभट्ट, भाट, ढाढ़ी आदि सभी विरुद्ध गायक जातियों की कृतियों और उस शैली में लिखी गई अन्यान्य कृतियों से है। अधिकांशतः पद्य में रचित यह साहित्य प्रधानतया वीर रसात्मक है। प्रबंध काव्य, गीत, दोहे, सोरठे, कुण्डलियां आदि रूप में उपलब्ध हैं।
प्रश्न5 थेवा कला
उत्तर रंगीनबेल्जियम कांच पर सोने की अत्यन्त बारीक, कमनीय एवं कलात्मक कारीगरी ‘थेवा कला’ कहलाती है। इसमें नारी शृंगार के आभूषणों को कांच पर कलात्मक रूप दिया जाता है। प्रतापगढ़ (राजस्थान) का सोनी परिवार थेवा कला के लिए विख्यात है। इस हेतु महेशराज सोनी को 2015 के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रश्न10. पाने
उत्तर धार्मिक/मांगलिकअवसरों पर कागज पर बने देवी-देवताओं के चित्रों का प्रतिष्ठापन पाने कहलाता है।
प्रश्न11 ‘इला देणी आपणी, हालरियो हुलराय’
उत्तर अंग्रेजोंके विरुद्ध राजपूत राजाओं को एक सूत्र में बांधने और जनजागृति के उद्देश्य से उपर्युक्त पंक्ति कवि सूर्यमल्ल मीसण द्वारा हाड़ौती में रचित वीर रसप्रधान दोहे से उद्धृत है। इसके माध्यम से उन्होंने शहीद होकर भी मातृभूमि की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया।
प्रश्न12. राजप्रशस्ति
उत्तर राजसमुद्र/राजसमन्दझील पर स्थित नौ चौकी बांध पर 25 बड़ी शिलाआंे पर 1676 ई. मंे उत्कीर्ण राजप्रशस्ति महाकाव्य दश का सबसे बड़ा शिलालेख है। इस पर रणछोड़ भट्ट द्वारा मूलतः संस्कृत में मेवाड़ का इतिहास उत्कीर्ण किया गया है।
प्रश्न13. सोनारगढ़ का किला
उत्तर रावलजैसल द्वारा 1155 में निर्मित जैसलमेर में स्थित इस किले में पीले पत्थर होने के कारण सूर्य की किरणों में स्वर्णाभ प्रतीत होते हैं। धान्वन दुर्ग की श्रेणी का त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित यह दुर्ग ढाई साके के लिए प्रसिद्ध है। इसमें पत्थरों की जुड़ाई में चूने का प्रयोग देखने को नहीं मिलता है।
प्रश्न14. बेणेष्वर मेला
उत्तर सांवलागांव (डूंगरपुर) के समीप सोम, माही जाखम नदियों के संगम (त्रिवेणी) पर स्थित बेणश्वर धाम पर माघ शुल्क एकादशी से माघ पूर्णिमा तक आदिवासियों के कुंभ के नाम से प्रसिद्ध यह आदिवासियों का सबसे बड़ा मेला है। इसमें राजस्थान के अलावा मालवा, गुजरात राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों के आदिवासी भी भाग लेते हैंंै।
प्रश्न4. चारणी साहित्य से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर चारणसाहित्य से अभिप्राय चारण, ब्रह्मभट्ट, भाट, ढाढ़ी आदि सभी विरुद्ध गायक जातियों की कृतियों और उस शैली में लिखी गई अन्यान्य कृतियों से है। अधिकांशतः पद्य में रचित यह साहित्य प्रधानतया वीर रसात्मक है। प्रबंध काव्य, गीत, दोहे, सोरठे, कुण्डलियां आदि रूप में उपलब्ध हैं।
प्रश्न5 थेवा कला
उत्तर रंगीनबेल्जियम कांच पर सोने की अत्यन्त बारीक, कमनीय एवं कलात्मक कारीगरी ‘थेवा कला’ कहलाती है। इसमें नारी शृंगार के आभूषणों को कांच पर कलात्मक रूप दिया जाता है। प्रतापगढ़ (राजस्थान) का सोनी परिवार थेवा कला के लिए विख्यात है। इस हेतु महेशराज सोनी को 2015 के पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
प्रश्न 6. तेरहताली नृत्य
उत्तर रामदेवजीकी अराधना के समय कामड़ औरतों द्वारा किया जाने वाला नृत्य।
प्रश्न7. ‘रासो’ से आप क्या समझते हैं?
उत्तरकिसी राजा/व्यक्ति विषेष की कीर्ति, विजय, युद्ध, वीरता आदि का विस्तृत वर्णन रासो कहलाता है।
प्रश्न8. चैपड़ा
उत्तर निष्कलंकीसम्प्रदाय के प्रवर्तक संत माव जी द्वारा वाद-विवाद शैली में रचित ग्रंथ।
प्रश्न9. ढूंढाड़ी
उत्तर पूर्वीराजस्थान के मध्यपूर्वी विभाग (जयपुर) की प्रधान बोली, गुजराती एवं बृजभाषा से प्रभावित।
उत्तर रामदेवजीकी अराधना के समय कामड़ औरतों द्वारा किया जाने वाला नृत्य।
प्रश्न7. ‘रासो’ से आप क्या समझते हैं?
उत्तरकिसी राजा/व्यक्ति विषेष की कीर्ति, विजय, युद्ध, वीरता आदि का विस्तृत वर्णन रासो कहलाता है।
प्रश्न8. चैपड़ा
उत्तर निष्कलंकीसम्प्रदाय के प्रवर्तक संत माव जी द्वारा वाद-विवाद शैली में रचित ग्रंथ।
प्रश्न9. ढूंढाड़ी
उत्तर पूर्वीराजस्थान के मध्यपूर्वी विभाग (जयपुर) की प्रधान बोली, गुजराती एवं बृजभाषा से प्रभावित।
प्रश्न10. पाने
उत्तर धार्मिक/मांगलिकअवसरों पर कागज पर बने देवी-देवताओं के चित्रों का प्रतिष्ठापन पाने कहलाता है।
प्रश्न11 ‘इला देणी आपणी, हालरियो हुलराय’
उत्तर अंग्रेजोंके विरुद्ध राजपूत राजाओं को एक सूत्र में बांधने और जनजागृति के उद्देश्य से उपर्युक्त पंक्ति कवि सूर्यमल्ल मीसण द्वारा हाड़ौती में रचित वीर रसप्रधान दोहे से उद्धृत है। इसके माध्यम से उन्होंने शहीद होकर भी मातृभूमि की रक्षा करने के लिए प्रेरित किया।
प्रश्न12. राजप्रशस्ति
उत्तर राजसमुद्र/राजसमन्दझील पर स्थित नौ चौकी बांध पर 25 बड़ी शिलाआंे पर 1676 ई. मंे उत्कीर्ण राजप्रशस्ति महाकाव्य दश का सबसे बड़ा शिलालेख है। इस पर रणछोड़ भट्ट द्वारा मूलतः संस्कृत में मेवाड़ का इतिहास उत्कीर्ण किया गया है।
प्रश्न13. सोनारगढ़ का किला
उत्तर रावलजैसल द्वारा 1155 में निर्मित जैसलमेर में स्थित इस किले में पीले पत्थर होने के कारण सूर्य की किरणों में स्वर्णाभ प्रतीत होते हैं। धान्वन दुर्ग की श्रेणी का त्रिकूट पहाड़ी पर स्थित यह दुर्ग ढाई साके के लिए प्रसिद्ध है। इसमें पत्थरों की जुड़ाई में चूने का प्रयोग देखने को नहीं मिलता है।
प्रश्न14. बेणेष्वर मेला
उत्तर सांवलागांव (डूंगरपुर) के समीप सोम, माही जाखम नदियों के संगम (त्रिवेणी) पर स्थित बेणश्वर धाम पर माघ शुल्क एकादशी से माघ पूर्णिमा तक आदिवासियों के कुंभ के नाम से प्रसिद्ध यह आदिवासियों का सबसे बड़ा मेला है। इसमें राजस्थान के अलावा मालवा, गुजरात राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों के आदिवासी भी भाग लेते हैंंै।
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